बिहपुर अपडेट : झंडापुर ओपी के मरवा कोसी दियारा के सोहारी गांव जाने के रास्ते में बिशु बाबा स्थान के पास दो आपराधिक गुटों के बीच देर रात हुए गैंगवार में मरवा निवासी शातिर बौका चौधरी और अमर चौधरी की मौत हो गई है. विरोधी गुट के आपराधियों ने दोनों को इतनी गोलियां मारी हैं कि दोनों का शव छत विक्षत हो गया है. गैंगवार में 50 चक्र से भी अधिक गोलियां चलने की बात कही जा रही है. मौके पर पहुंची झंडापुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल भेज दिया है. जानकारी है की मंगलवार को दोनों ने आपने पांच लोगों के साथ मरवा गांव में ही शराब पिया था फिर सभी कोसी दियारा की ओर रवाना हुए थे. इसके बाद दोनों कि मौतकी सुचना ही ग्रामीणों और पुलिस को मिली . मालूम हो कि हरियो निवासी गैंगेस्टर मनोज सिंह की हत्या और उसके हथियारों की लूट के बाद बौका ने अपने गिरोह को नए शिरे से संगठित कर लिया था. नारायणपुर के शातिर रणजीत यादव कि हत्या के बाद कोसी कि स्थिति जाति गत संघर्ष का रूप ले लिया था. रणजीत यादव की हत्या में आरोपी बौका गिरोह के बिजला चौधरी की हत्या भी इसी अंदाज में कीं गई थी. संसदीय चुनाव से पूर्व बौका की हत्या के पीछे राजनीतिक रणनीति होने की आशंका व्यक्त की जा रही हैं. बौका के हथियारों का जखीरा होने की बात पुर्व से ही चर्चा में था. बौका के सभी हथियार मरे गए शातिर रणजीत यादव और गैंगेस्टर मनोज सिंह गिरोह से लुटे गए थे. मोकामा और बेगुसराय के अपराधियों से भी बौका कि सांठ गांठ थी. इधर मारा गया अमर चौधरी इन दिनों बौका गिरोह में ही सक्रिय था. पुलिस को को शक शक है की दोनों की हत्या उसके गिरोह के लोगों ने ही कर दी है. इलाके के लोग दोनों की मौत को जातिगत हिंसा का परिणाम मान रहे हैं. बहरहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है. पुलिस का दावा है कि गैंगवार में शामिल अपराधियों की पहचान कर ली गई है.
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