नवगछिया▪ खगड़िया जिले के मानसी थाना क्षेत्र के चकहुसैनी गांव के कारेलाल सिंह की पुत्री मधु उर्फ नैना हत्याकांड का रहस्य परत दर परत खुलने लगा है. अब यह बात सामने आयी है कि मधु के जीजा धर्मेंद्र ने अपने जीजा साहू परबत्ता निवासी दीपक साहू उर्फ संजीव साहू के साथ मिल कर मधु की हत्या की. इस कांड का मास्टरमाइंड धमेर्ंद्र का मामा साहू परबत्ता गांव निवासी महेश साहू था. पुलिस से पूछताछ में यह साफ हुआ है. मधु की हत्या में परिवार वालों की भी मौन सहमति मानी जा रही है. इस मामले में धर्मेंद्र, उसकी पत्नी सोनी देवी और उसके मामा महेश साहू को जेल भेज दिया गया है.
कहानी जो सामने आयी
मानसी थाना क्षेत्र के चकहुसैनी गांव की मधु और रवि का प्रेम प्रसंग जब जगजाहिर हो गया तो मधु के घर वालों ने आजिज आ कर उसे बहनोई धर्मेंद्र के पास दिल्ली भेज दिया. मधु का परिवार आर्थिक रूप से विपत्र था. धर्मेंद्र मधु को पहले अपने पैतृक आवास पर ले गया और वहां रवि को बुलाया. उसने मधु से शादी कराने का झांसा देकर रवि से 50 हजार रुपये ठग लिये. फिर मधु को लेकर वह दिल्ली चला गया. दिल्ली में धर्मेंद्र धर्मेद्र का जीजा दीपक भी उसी के फ्लैट में रहता था. पुलिस को दिये धर्मेंद्र के बयान के अनुसार दीपक ने ही मधु के साथ अवैध संबंध बनाये थे. इस दौरान धर्मेंद्र की पत्नी सोनी देवी अपनी दादी के श्राद्ध कर्म मे शामिल होने अपना मायके चकहुसैनी गांव आयी, लेकिन मधु दिल्ली में ही जीजा और दीपक के साथ अकेली रही. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इसी दौरान मधु के जीजा और दीपक का अवैध संबंध मधु के साथ बना. यह क्रम डेढ. साल तक चलता रहा. दीपक के अनुसार मधु को जब तीन से चार माह का गर्भ ठहर गया तो उसे किसी दूसरे लड़के से शादी का प्रस्ताव दिया गया. लेकिन मधु ने इससे इनकार कर दिया. वह अपने प्रेमी रवि से ही शादी करने पर जोर देने लगी. इसके बाद धर्मेंद्र ने उसे रवि से मिलवाने के बहाने अपनी पत्नी सोनी के साथ मानसी लाया. वहां सोनी देवी को छोड़ कर रवि से मिलवाने का बहाना कर मधु को नवगछिया ले आया. नौ जुलाई को देर शाम नवगछिया पहुंचने के बाद फोन से साहू परबत्ता निवासी दीपक उर्फ संजीव को बुलाया. मधु से कहा गया कि रवि मालगोदाम वाले कमरे में है. फिर वे लोग मालगोदाम की ओर बढे.. नवगछिया स्टेशन के पूर्वी केबिन की ओर बढ.ते हुए दोनों ने मिल कर मधु को जमीन पर चित लिटा दिया और धारदार चाकू से उसका गला रेत दिया.
कहानी जो सामने आयी
मानसी थाना क्षेत्र के चकहुसैनी गांव की मधु और रवि का प्रेम प्रसंग जब जगजाहिर हो गया तो मधु के घर वालों ने आजिज आ कर उसे बहनोई धर्मेंद्र के पास दिल्ली भेज दिया. मधु का परिवार आर्थिक रूप से विपत्र था. धर्मेंद्र मधु को पहले अपने पैतृक आवास पर ले गया और वहां रवि को बुलाया. उसने मधु से शादी कराने का झांसा देकर रवि से 50 हजार रुपये ठग लिये. फिर मधु को लेकर वह दिल्ली चला गया. दिल्ली में धर्मेंद्र धर्मेद्र का जीजा दीपक भी उसी के फ्लैट में रहता था. पुलिस को दिये धर्मेंद्र के बयान के अनुसार दीपक ने ही मधु के साथ अवैध संबंध बनाये थे. इस दौरान धर्मेंद्र की पत्नी सोनी देवी अपनी दादी के श्राद्ध कर्म मे शामिल होने अपना मायके चकहुसैनी गांव आयी, लेकिन मधु दिल्ली में ही जीजा और दीपक के साथ अकेली रही. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इसी दौरान मधु के जीजा और दीपक का अवैध संबंध मधु के साथ बना. यह क्रम डेढ. साल तक चलता रहा. दीपक के अनुसार मधु को जब तीन से चार माह का गर्भ ठहर गया तो उसे किसी दूसरे लड़के से शादी का प्रस्ताव दिया गया. लेकिन मधु ने इससे इनकार कर दिया. वह अपने प्रेमी रवि से ही शादी करने पर जोर देने लगी. इसके बाद धर्मेंद्र ने उसे रवि से मिलवाने के बहाने अपनी पत्नी सोनी के साथ मानसी लाया. वहां सोनी देवी को छोड़ कर रवि से मिलवाने का बहाना कर मधु को नवगछिया ले आया. नौ जुलाई को देर शाम नवगछिया पहुंचने के बाद फोन से साहू परबत्ता निवासी दीपक उर्फ संजीव को बुलाया. मधु से कहा गया कि रवि मालगोदाम वाले कमरे में है. फिर वे लोग मालगोदाम की ओर बढे.. नवगछिया स्टेशन के पूर्वी केबिन की ओर बढ.ते हुए दोनों ने मिल कर मधु को जमीन पर चित लिटा दिया और धारदार चाकू से उसका गला रेत दिया.
वैज्ञानिक अनुसंधान से हुआ खुलासा : एसपी
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नवगछिया एसपी आनंद कुमार सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा कि इस हत्याकांड का खुलासा वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान से ही हो सका. मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल खंगालने के बाद इस मामले में अपराधी के विरुद्ध कई पुख्ता साक्ष्य प्राप्त हुए. नवगछिया एसपी ने कहा कि धर्मेंद्र दिल्ली से अपनी पत्नी और साली के साथ मानसी के लिए चला था. मानसी पहुंच कर उसने मानसी में ही अपनी पत्नी को छोड़ दिया और रवि से मिलवाने के बहाने मधु को लेकर नवगछिया चला आया. इससे यह भी स्पष्ट है कि हत्या के षडयंत्र से धर्मेंद्र की पत्नी भी वाकिफ थी. नौ जुलाई को धमेर्ंद्र का मोबाइल लोकेशन नवगछिया में मिला. धर्मेंद्र ने अपने मोबाइल से साहू परबत्ता निवासी अपने जीजा दीपक उर्फ संजीव से संपर्क किया. इसी बीच धमेर्ंद्र ने नवगछिया से ही रवि को नवगछिया आने के लिए फोन किया. हो सकता है कि रवि की हत्या की भी साजिश की गयी हो. लेकिन रवि उस दिन सहरसा गया था. कॉल डिटेल से पता चला कि घटना वाले दिन धर्मेंद्र ने अपने साहू परबत्ता निवासी मामा महेश साहू से कई बार बात की. हत्या के बाद मोबाइल का लोकेशन साहू परबत्ता मिला. फिर धर्मेंद्र के मोबाइल का लोकेशन गोगरी के राटन गांव का मिला. एसपी श्री सिंह ने कहा कि महेश अपने भांजे धर्मेंद्र के जीजा दीपक उर्फ संजीव साहू के पिता की हत्या के मामले में आरोपी है. पिछले दिनों की गयी पूछताछ में महेश ने कई बातें छुपायी थी. धर्मेंद्र ने घटना वाले दिन कई बार महेश से बात की थी. मधु के गर्भवती होने के बाद सोनी को पता न चलने की बात हजम होने वाली नहीं है. मधु के घरवाले मधु और रवि के प्रेम से परेशान थे. इसलिए हो सकता है कि धर्मेंद्र को घर वालों की भी सहमति हो. एसपी ने कहा कि इस मामले में अभी कुछ और लोगों के नाम सामने आने की संभावना है. पुलिस का अनुसंधान आगे भी जारी है. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नवगछिया के एसडीपीओ रामाशंकर राय, नवगछिया सर्किल इंस्पेक्टर त्रिपुरारी सिंह, नवगछिया थानाध्यक्ष राजेश कुमार, अनि गौतम बुद्ध मौजूद थे.
प्रेम के दुश्मनों को मिला किये का फल
नवगछिया▪ नवगछिया रेलवे स्टेशन के पूर्वी केविन के पास युवती का शव मिलने के तीन माह बाद एक दिन अचानक मानसी थाना क्षेत्र के चकहुसैनी गांव के साधारण से लड़के रवि ने नवगछिया थाने में आकर जब युवती की शिनाख्त की तो पुलिस को पहले उसकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ था. रवि ने अपनी प्रेमिका के हत्यारों को सजा दिलवाने की ठान ली थी. रवि कहता है कि मेहंदी सीखने के दौरान मधु से बात चीत हुई. फिर यह बात चीत कब प्यार में बदल गया पता ही नहीं चला. मधु के घर वालों ने बदनामी से डर कर उसे उसके बहनोई के पास दिल्ली भेज दिया. रवि का कहना है कि धर्मेंद्र मेरे साथ गाली गलौज करता था. इस दौरान तीनटेंगा के विनोद मंडल नामक व्यक्ति उसे धर्मेंद्र को परेशान नहीं करने की धमकी देता था. 26 अगस्त को जब उसने विनोद से ही मधु से मिलवा देने की गुहार लगायी, तो कथित विनोद मंडल ने कहा कि अखबार नहीं देखा है, मधु की हत्या हो चुकी है. इसके बाद वह नवगछिया थाना आया और तसवीर को देखा. उसकी निगाह मधु के गले पर टिक जाती थी. मधु का चेहरा तसवीर में स्पष्ट नहीं दिखता था, जिससे पहचान नहीं हो पा रही थी. विनोद और कोई नहीं साहू परबत्ता निवासी दीपक उर्फ संजीव है, जो मधु के जीजा धर्मेंद्र का जीजा लगता है.
ससुराल का मालिक बन बैठा था धर्मेंद्र मधु उर्फ नैना हत्याकांड का पूरी तरह से खुलासा हो जाने के बाद नवगछिया पुलिस अब इस मामले में एक अन्य फरार आरोपी साहू परवत्ता निवासी दीपक कुमार साहू को गिरफ्तार करने की योजना बना रही है. मिली जानकारी के अनुसार मधु के जीजा धर्मेंद्र के साथ दीपक भी दिल्ली में ही रहता था. दीपक को पता चल चुका है कि उसकी करतूत दुनिया और कानून के सामने है. इसलिए दीपक बचने के लिए दिल्ली में अपने ठिकाने को बदल लिया है. इस बाबत नवगछिया एसपी आनंद कुमार सिंह ने कहा कि दीपक छुपने और बचने की लाख कोशिश करे लेकिन उसे हर हालत गिरफ्तार कर ही लिया जायेगा. इसके लिए पुलिस अभेद्य योजना बना रही है. इधर बात उभर कर सामने आयी है कि मधु का जीजा धर्मेंद्र अपने ससुराल का मालिक बन बैठा था. कहा जा रहा है कि मधु के घर का कोई भी अहम निर्णय धर्मेंद्र ही लेता था. हालांकि मधु के जीजा धर्मेंद्र का कहना है कि उसमें बा पैदा करने की क्षमता नहीं है इसके लिए उसका इलाज चल रहा है. मधु को गर्भवती उसके जीजा साहू परवत्ता निवासी दीपक ने किया है. लेकिन पुलिस को इसमें कोई शक नहीं है कि धर्मेंद्र अपनी साली मधु के साथ शारीरिक संबंध बनाता था. मालूम हो कि सारे प्रकरण के बाद हत्या में मास्टर माइंड मधु के जीजा धर्मेंद्र का मामा साहू परवत्ता निवासी महेश साहू था. इससे हत्या करने के लिए सारे दिशा निर्देश लिये गये. घटना को अंजाम देने के बाद दोनों हत्यारे साहू परवत्ता में ही ठहरे. बहरहाल इस चर्चित मामले में पुलिस की उपलब्धि से लोगों ने भी चैन की सांस ली है. लोग कह रहे हैं कि इस मामले में पुलिस द्वारा किया गया वैज्ञानिक अनुसंधान काबिल ए तारीफ है. इधर नवगछिया के पुलिस कप्तान आनंद कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले में पुलिस ने हत्यारों को सजा दिलाने की सारी तैयारी कर ली है. पुलिस ने इस हत्याकांड में कई ठोस साक्ष्य जमा किया है. |
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