चिदर्पिता के मुताबिक उनके पास स्वामी जी (चिन्मयानंद) का फोन आया था और उन्होंने कहा, ' तुम जिस हाल में हो चली आओ, तुम्हारे लिए आश्रम के दरवाजे हमेशा खुले हैं।' चिदर्पिता का कहना है कि वह अभी असमंजस में हैं लेकिन इस नरक भरी जिंदगी से तो वे अच्छे हैं, जिन्होंने बुरे वक्त पर साथ दिया।
Sunday, 12 August 2012
'रेप करने वाले' चिन्मयानंद के पास लौटना चाहती हैं चिदर्पिता, पति को छोड़ा
चिदर्पिता के मुताबिक उनके पास स्वामी जी (चिन्मयानंद) का फोन आया था और उन्होंने कहा, ' तुम जिस हाल में हो चली आओ, तुम्हारे लिए आश्रम के दरवाजे हमेशा खुले हैं।' चिदर्पिता का कहना है कि वह अभी असमंजस में हैं लेकिन इस नरक भरी जिंदगी से तो वे अच्छे हैं, जिन्होंने बुरे वक्त पर साथ दिया।
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