असम के सिल्चर निवासी प्रीतम भट्टाचार्य अपहरण हत्याकांड में जेल भेजे गये मुख्य आरोपी नवगछिया थाना क्षेत्र के मक्खातकिया निवासी छट्ठ सहनी को रेल पुलिस ने पूछताछ के लिए एक बार फिर रिमांड पर लिया है. रिमांड पर लेने के बाद छट्ठ द्वारा इस हत्याकांड में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार करने के बाद पटना पुलिस मुख्यालय से छट्ठ से सच उगलवाने के लिए पॉलिग्राफी टेस्ट का आदेश लिया गया है. देर रात तक छट्ठ सहनी के साथ नवगछिया रेल पुलिस पटना के लिये रवाना हो गयी थी. पटना के विधि विज्ञान प्रयोगशाला में छट्ठ का पॉलीग्राफ टेस्ट रेलवे के वरीय पदाधिकारियों के समक्ष कराया जायेगा. यह टेस्ट गुरुवार को शुरू होगा. पुलिस को आशंका है कि छट्ठ प्रीतम हत्याकांड में मुख्य रूप से संलिप्त है, लेकिन इस मामले की जानकारी नहीं होने का नाटक कर रहा है, ताकि उसके साथियों को बचाया जा सके. मालूम हो कि गिरफ्तारी के बाद छट्ठ ने घटना में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकारी थी. उस वक्त पुलिस के पास कम समय होने के कारण उससे इस कांड के संदर्भ में किसी प्रकार की विशेष पूछताछ नहीं की जा सकी. पुलिस को उम्मीद है कि इस हत्याकांड में शामिल लोगों के नाम को छट्ठ पॉलीग्राफी टेस्ट में छुपा नहीं पायेगा. इसके बाद पुलिस को इस हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तारी करने से लेकर सजा दिलाने में काफी मदद मिलेगी. पिछले दिनों नवादा के नेपाली मंडल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने इस हत्याकांड की पूरी कहानी लगभग सामने आ गयी थी. छट्ठ के इस तरह के टेस्ट में कुछ नयी बात सामने आने पर पुलिस के अनुसंधान को बल मिलेगा और फिर पुलिस सभी आरोपियों पर कानूनी शिकंजा कस सकेगी. रेल आइजी शुरू से ही दावा कर रहे हैं कि अब तक इस हत्याकांड में जेल भेजे गये पांच लोग निर्दोष नहीं है और सबों के विरुद्ध पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं. रेल आइजी विनय कुमार मानते हैं कि इस हत्याकांड में 15 से 20 लोगों की भागीदारी है. इस हत्याकांड में जेल भेजे गये अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने रिमांड पर लेने की अरजी दी है.
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