
बिहपुर विधायक पर ध्रुवा ने चलाई गोली गया। सूचना पर भवानीपुर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। विधायक ने पुलिस को बताया कि वे बिहपुर से नारायणपुर प्रखंड में पंचायत प्रतिनिधि के प्रशिक्षण समारोह का उद्घाटन करने जा रहे थे। इसी क्रम में दोपहर एक बजकर छह मिनट पर बलाहा गांव के समीप कुख्यात धु्रवा अपने सहयोगियों के साथ मेरी गाड़ी के आगे आ गया और मुझ पर गोली चला दी। इसमें मैं बाल-बाल बच गया। ध्रुवा के साथ सवना व मुकेश यादव भी था। हथियार से लैस सभी अपराधी काले घोड़े पर सवार थे। गोली चलाने के बाद तीनों अपराधी बलाहा गांव की ओर भाग निकले। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी डीआइजी को दी। एसडीपीओ रामा शंकर राय ने कहा, मुझे घटना के बारे में मीडिया से पता चला। सूचना पर बलहा गांव से गंगा किनारे तक स्थल निरीक्षण किया। उन जगहों पर घोड़े के पैरों के निशान मिले हैं। साथ ही कई लोगों से पूछताछ भी की गई। एसडीपीओ ने कहा, विधायक द्वारा अब तक घटना की लिखित शिकायत नहीं की गई है, आवेदन देने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि वीरबन्ना गांव के किसानों के साथ कुख्यात धु्रवा द्वारा मारपीट और रंगदारी मांगने पर विधायक ने थाने में आमरण अनशन किया था। पुलिस के वरीय अधिकारियों को गिरोह के खात्मे के लिए पत्र लिखा था। केरोसीन व खाद्यान्न माफिया के खिलाफ भी अभियान चलाया था।
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फैजान गिरोह का उपज है ध्रुवा एण्ड कंपनी
वह समय था जातीय हिंसा का. उस समय कोसी क्षेत्र में दो आपराधिक संगठन ने दस्तक दी थी. एक संगठन सर्वणों का था जिसका नाम था लिबरेशन आर्मी और इसी के सामानांतर एक आपराधिक संगठन बनाया गया था फैजान गिरोह. मुख्य रुप से सिमांचल और कोसी क्षेत्र में हर जगह फैजान गिरोह का तार था. नारायणपुर और आस पास के इलाके में फ ैजान गिरोह का सिपहसालार कुख्यात संजय यादव को बनाया गया था. संजय ने इस गिरोह के माध्यम से लिवरेशन आर्मी का हरेक जगह पर सामना किया. संजय के गिरोह में ही उसका भाई शबनम यादव और ध्रुवा यादव ने अपराध की तालीम ली थी. समय बदला राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ. लिबरेशन आर्मी के साथ साथ फैजान गिरोह का भी विघटन कर दिया गया. इसके बाद नारायणपुर दियारा में कुख्यात संजय यादव की गिरफ्तारी भी की गयी. संजय यादव की गिरफ्तारी के बाद संगठन की कमान उसके भाई शबना यादव ने संभाला और गिरोह को एक नया नाम घुड़सवार गिरोह दिया गया. धुड़सवार गिरोह का आतंक किसानों पर इस कदर था कि किसानों द्वारा विरोध किये जाने पर उसे घो.डे से खींचा जाता था. जयरामपुर के एक किसान द्वारा बिहपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद यह मामला प्रकाश में आया था. इसके बाद इस गिरोह ने अपहरण उद्योग, हत्या, लूट, राहजनी को अपना नया उद्योग बना लिया. गिरोह में पकड़ न होने के कारण शबनम यादव को गिरोह के सरगना पद से हटा कर कमान ध्रुवा यादव को सौंपा गया. ध्रुवा ने काफी कम समय में ही आतंक के बल पर गिरोह को कुख्यात कर दिया. पुलिस महकमा ध्रुवा से परेशान दिखने लगा. ध्रुवा से सांट गांट रखने के आरोप में तत्कालीन भवानीपुर थानाध्यक्ष जगदीश शर्मा को निलंबित होना पड़ा. उस समय ध्रुवा ने कई थानाध्यक्षों की टीम के साथ सीधी लड़ाई लड़ी. यह गिरोह इतना संगठित हो चुका था कि पुलिस को चुनौती देता था.
करीब साल भर पहले जेल से निकलने के बाद डी कंपनी के सरगना ध्रुवा यादव ने छोटी छोटी अपराध की घटना को अंजाम देना शुरू किया. इसके बाद बीरबत्रा गांव के किसानों का दियारा बैनाडीह बहियार में नट बाबा स्थान के पास सुरक्षित ठिकाना बना लिया. यहां पर संगठित होने के बाद ध्रुवा ने बैनाडीह बहियार में खेती करने वाले किसानों को फरमान जारी कर दिया कि अगर यहां पर खेती करना है तो 10 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से रंगदारी देनी होगी. किसानों ने इसका विरोध किया और किसान थाने तक आये, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस बीच ध्रुवा ने किसानों के साथ मारपीट कर दियारा से भगाना भी शुरू कर दिया. पुलिस में शिकायत दर्ज कर आजिज आ चुके किसानों ने यह समस्या विधायक के सामने रखी. उस वक्त भवानीपुर थाने के थानाध्यक्ष सुदीन राम थे. इसके बाद विधायक ने ध्रुवा यादव की गिरफ्तारी को लेकर वीरबत्रा गांव में धरना दिया. फिर भवानीपुर थाने में गांव वालों के साथ आमरण अनशन पर बैठ गये. इसके बाद नवगछिया के एसपी आनंद कुमार सिंह के आश्वासन दिया कि दियारा में 15 दिनों का पुलिस कैंप दिया जायेगा. तब विधायक ने अपना अनशन समाप्त कर लिया. इसके बाद विधायक से खार खाये ध्रुवा ने बिहपुर विधायक को फोन कर इस तरह के प्रदर्शन न करने की विनती भी की थी.
विधायक ने कहा कि इस तरह की घटना से उनका मन राजनीति से उब गया है. पुलिस प्रशासन ध्रुवा यादव और उसकी डी कंपनी को काफी हल्के में ले रहा है. यह सोच कर उनका मन बैठा जा रहा है कि जब उन पर इस तरह हमला हो सकता है, तो आम आदमी कहां तक सुरक्षित हैं. यह सोच कर उनका मन राजनीति से भी उब रहा है, लेकिन बिहपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता उन्हें इस न्याय पथ से हटने नहीं दे रही. विधायक ने कहा कि घटना के बाद विधानसभा क्षेत्र के कई लोगों ने देर रात तक उनकी खैरियत ली. इससे अब उनका हौसला बढ.ा है. अपराधी और इनके आका माफियाओं के मनोबल को बढ.ने नहीं दिया जायेगा. वे जनता के हक के लिए अंतिम सांस तक की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. विधायक ने कहा कि ध्रुवा यादव के आतंक का खात्मा कर के ही दम लेंगे. इसके लिए सूबे के वरीय पुलिस पदाधिकारियों को खास योजना बनाने को कहेंगे. विधायक ने कहा कि इलाके में अन्य अपराधियों के विरुद्ध भी अब विरोध का बिगुल फूंका जायेगा. अब विधानसभा क्षेत्र में किसी भी अपराधी की दादागिरी नहीं चलने वाली है.
ध्रुवा की गिरफ्तारी के लिए बनेगा विशेष पुलिस दल
क्षेत्र में अपने गिरोह का विस्तार कर रहे डी कंपनी के सरगना ध्रुवा यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विशेष योजना बना रही है. एसडीपीओ रामाशंकर राय ने कहा कि इसके लिए विशेष टीम बनायी जायेगी. ध्रुवा को करीब चार साल पहले गिरफ्तार करने वाले तत्कालीन थानाध्यक्ष राकेश कुमार से भी मदद ली जायेगी. राकेश कुमार अभी खरीक थानाध्यक्ष हैं. एसडीपीओ ने कहा कि ध्रुवा और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष दल में जिले के तेज तर्रार पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया जायेगा. उन्होंने कहा कि ध्रुवा यादव इनामी अपराधी है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के स्तर से सादे लिबास में भी गुप्तचरों की टीम बनायी जायेगी, जो कि ध्रुवा के ठिकानों की सूचना देगी. उन्होंने कहा कि इस गिरोह के खात्मे के लिए नवगछिया पुलिस जिले की टीम आस पास के जिले के विभित्र थानों से भी सहयोग लेगी. एसडीपीओ रामाशंकर राय ने कहा कि पिछले दिनों डी कंपनी गिरोह के आधा दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. जिससे गिरोह का मनोबल कम हुआ है. कोसी क्षेत्र में दो दिन पहले किये गये कांबिंग ऑपरेशन से भय खाकर ध्रुवा यादव ने गंगा दियारा में शरण ले रखी है. उसे बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने आम लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि ध्रुवा के बारे में किसी प्रकार की सूचना वे पुलिस पदाधिकारियों को गुप्त रूप से दे सक तें हैं. उनका नाम गुप्त रखा जायेगा.
एसडीपीओ ने लिया घटनास्थल का जायजा
विधाकय पर गोली चालाने की घटना की जानकारी मिलते ही घटना स्थल पर पहुंचे नवगछिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामाशंकर राय ने घटना की विस्तार से जानकारी स्थानीय ग्रामीणों से ली. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस होकर घुड़सवार गुजरे हैं. उन्होंने खेतों में जाकर घो.डे के पद चिह्न् का भी अवलोकन किया. इसके बाद वे बलाहा गांव के गंगा किनारे जहाज घाट पर गये, जहां मछुआरों से पूछताछ की. एसडीपीओ ने कहा कि विधायक की सुरक्षा और ज्यादा बढ.ायी जायेगी. उनके साथ भवानीपुर के थानाध्यक्ष बालचंद और सअनि रघुवीर राम भी मौजूद थे.
क्षेत्र में अपने गिरोह का विस्तार कर रहे डी कंपनी के सरगना ध्रुवा यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विशेष योजना बना रही है. एसडीपीओ रामाशंकर राय ने कहा कि इसके लिए विशेष टीम बनायी जायेगी. ध्रुवा को करीब चार साल पहले गिरफ्तार करने वाले तत्कालीन थानाध्यक्ष राकेश कुमार से भी मदद ली जायेगी. राकेश कुमार अभी खरीक थानाध्यक्ष हैं. एसडीपीओ ने कहा कि ध्रुवा और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष दल में जिले के तेज तर्रार पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया जायेगा. उन्होंने कहा कि ध्रुवा यादव इनामी अपराधी है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के स्तर से सादे लिबास में भी गुप्तचरों की टीम बनायी जायेगी, जो कि ध्रुवा के ठिकानों की सूचना देगी. उन्होंने कहा कि इस गिरोह के खात्मे के लिए नवगछिया पुलिस जिले की टीम आस पास के जिले के विभित्र थानों से भी सहयोग लेगी. एसडीपीओ रामाशंकर राय ने कहा कि पिछले दिनों डी कंपनी गिरोह के आधा दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. जिससे गिरोह का मनोबल कम हुआ है. कोसी क्षेत्र में दो दिन पहले किये गये कांबिंग ऑपरेशन से भय खाकर ध्रुवा यादव ने गंगा दियारा में शरण ले रखी है. उसे बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने आम लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि ध्रुवा के बारे में किसी प्रकार की सूचना वे पुलिस पदाधिकारियों को गुप्त रूप से दे सक तें हैं. उनका नाम गुप्त रखा जायेगा.
एसडीपीओ ने लिया घटनास्थल का जायजा
विधाकय पर गोली चालाने की घटना की जानकारी मिलते ही घटना स्थल पर पहुंचे नवगछिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामाशंकर राय ने घटना की विस्तार से जानकारी स्थानीय ग्रामीणों से ली. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस होकर घुड़सवार गुजरे हैं. उन्होंने खेतों में जाकर घो.डे के पद चिह्न् का भी अवलोकन किया. इसके बाद वे बलाहा गांव के गंगा किनारे जहाज घाट पर गये, जहां मछुआरों से पूछताछ की. एसडीपीओ ने कहा कि विधायक की सुरक्षा और ज्यादा बढ.ायी जायेगी. उनके साथ भवानीपुर के थानाध्यक्ष बालचंद और सअनि रघुवीर राम भी मौजूद थे.
देर रात घटनास्थल पर पहुंचे नवगछिया एसपी
नवगछियात्नविधायक पर गोली चला कर हुए हमले के बाद देर रात नवगछिया के पुलिस कप्तान आनंद कुमार सिंह ने स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की. नवगछिया एसपी ने घटना स्थल के आस पास के लोगों से भी घटना के संदर्भ में जानकारी ली. उन्होंने दियारा क्षेत्र और अपराधियों के जाने-आने के रास्ते का भी निरीक्षण किया. नवगछिया पुलिस कप्तान ने कहा कि गोली चलने की बात का पता स्थानीय ग्रामीणों ने नहीं की है, लेकिन ध्रुवा यादव और अन्य अपराधियों को देखा गया है, इस बात में साई है. नवगछिया एसपी ने कहा कि अगर विधायक लिखित देंगे तो प्राथमिकी दर्ज कर ली जायेगी. पुलिस को देर रात तक किसी प्रकार का लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हो पाया था. देर रात नवगछिया एसपी के नेतृत्व में दियारा इलाके में सघन छापेमारी की जा रही थी. छापेमारी में बीएमपी जवानों, एसटीएफ जवानों व थाने के पुलिस बलों और पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया था. नवगछिया एसपी ने कहा कि ध्रुवा और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अभेद्य योजना बना रही है. ज्यादा दिन तक ध्रुवा भाग नहीं पायेगा. ध्रुवा यादव गंगा दियारा में ही शरण लिये हुए था. मंगलवार को ध्रुवा और उसके सहयोगियों ने बलाहा जलकर के पास मछली प्रभात खाया फिर सभी घो.डे से सड़क की ओर जाकर घटना को अंजाम दिया. कहा जा रहा है कि ध्रुवा यादव अभी गंगा दियारा में ही है. देर रात या तो वह कोसी की ओर रुख करेगा या फिर नाथनगर दियारा की ओर जायेगा. जानकारों के अनुसार ज्यादा संभावना मधेपुरा दियारा इलाके के मोरसंडा दियारा में छुपने की बतायी जा रही है.
नवगछियात्नविधायक पर गोली चला कर हुए हमले के बाद देर रात नवगछिया के पुलिस कप्तान आनंद कुमार सिंह ने स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की. नवगछिया एसपी ने घटना स्थल के आस पास के लोगों से भी घटना के संदर्भ में जानकारी ली. उन्होंने दियारा क्षेत्र और अपराधियों के जाने-आने के रास्ते का भी निरीक्षण किया. नवगछिया पुलिस कप्तान ने कहा कि गोली चलने की बात का पता स्थानीय ग्रामीणों ने नहीं की है, लेकिन ध्रुवा यादव और अन्य अपराधियों को देखा गया है, इस बात में साई है. नवगछिया एसपी ने कहा कि अगर विधायक लिखित देंगे तो प्राथमिकी दर्ज कर ली जायेगी. पुलिस को देर रात तक किसी प्रकार का लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हो पाया था. देर रात नवगछिया एसपी के नेतृत्व में दियारा इलाके में सघन छापेमारी की जा रही थी. छापेमारी में बीएमपी जवानों, एसटीएफ जवानों व थाने के पुलिस बलों और पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया था. नवगछिया एसपी ने कहा कि ध्रुवा और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अभेद्य योजना बना रही है. ज्यादा दिन तक ध्रुवा भाग नहीं पायेगा. ध्रुवा यादव गंगा दियारा में ही शरण लिये हुए था. मंगलवार को ध्रुवा और उसके सहयोगियों ने बलाहा जलकर के पास मछली प्रभात खाया फिर सभी घो.डे से सड़क की ओर जाकर घटना को अंजाम दिया. कहा जा रहा है कि ध्रुवा यादव अभी गंगा दियारा में ही है. देर रात या तो वह कोसी की ओर रुख करेगा या फिर नाथनगर दियारा की ओर जायेगा. जानकारों के अनुसार ज्यादा संभावना मधेपुरा दियारा इलाके के मोरसंडा दियारा में छुपने की बतायी जा रही है.
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