रमजान के महीने में सोमवार को इराक के 18 शहरों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों और गोलीबारी में 107 लोगों की मौत हो गई। हमलावरों ने सुरक्षा बलों और सरकारी दफ्तरों को ही निशाना बनाया है। इससे लगता है कि हमले सुनियोजित थे। अभी किसी ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है, पर सुरक्षा अधिकारियों ने अलकायदा की स्थानीय इकाई का हाथ होने की बात कही है। पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी सेना की स्वदेश वापसी के बाद इराक में सोमवार इस साल का सबसे ज्यादा रक्तपात वाला दिन रहा। कुछ दिन पहले इराक में अलकायदा नेता ने नए सिरे से हमलों की धमकी दी थी। अधिकारियों ने बताया कि 18 शहरों के विभिन्न क्षेत्रों में हुए 27 हमलों में कम से कम 268 लोग घायल हुए हैं। सभी धमाके कुछ समय के अंतराल पर हुए। हमले में सबसे ज्यादा प्रभावित ताजी शहर हुआ है। यह बगदाद से करीब 20 किमी दूर है। यहां आपातकालीन जवाबी कार्यबल को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले के बाद सड़क किनारे हुए छह बम और एक कार बम धमाके में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 14 पुलिसकर्मी हैं। दस पुलिसकर्मियों सहित 48 लोग घायल हुए हैं। सुरक्षा और स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बगदाद में एक सरकारी दफ्तर के बाहर दो कार बम धमाकों में 21 लोगों की मौत हो गई और 73 घायल हो गए। पुलिस और सेना के सूत्रों ने बताया कि मोसुल के उत्तरी शहर में छह सैनिकों सहित नौ लोगों की मौत हो गई है। बगदाद के उत्तर में स्थित धूलुइया के पास सेना की चौकी पर हुए हमले में 16 सैनिकों की मौत हो गई। हमलावरों ने असाल्ट राइफल और हैंड ग्रेनेडों का प्रयोग किया। किरकुक शहर में पांच कार बम धमाकों में छह लोगों की मौत हो गई है, जबकि 17 गंभीर रूप से घायल हैं। अशांत दियाला प्रांत में सुरक्षा चौकियों पर धमाकों और गोलीबारी में चार सैनिकों सहित छह लोग मारे गए और तीस घायल हुए हैं।
No comments :
Post a Comment