ऋषव मिश्रा कृष्णा, नवगछिया▪ नवगछिया पुलिस जिले के वीरान कुशाहा दियारा इलाके में चरवाहों की आंखों ने पिछले वर्ष 27 दिसंबर को जिस दिल दहला देने वाली वारदात को देखा, उनकी जुबानी उस वारदात की कहानी सुन कर शरीर में सिहरन दौड़ जाती है.
27 दिसंबर को खगड़िया जिले के पसराहा नबटोलिया निवासी विभाष यादव को ऐसी मौत दी गयी कि दरिंदगी भी कांप उठी थी. चार से छह की संख्या में अपराधी उसे दियारा में बांध कर लाये थे. पहले उसे बंधनमुक्त किया गया. फिर अपराधियों ने पिस्तौल के बट और डंडे से उसकी पिटाई की. वाहन से पेट्रेल निकाल कर उसके शरीर पर डाला गया और माचिस की तिली से उसके शरीर में आग लगा दी. विभाष की चीत्कार दियारा की वीरानगी को भेद रही थी और अपराधी वहां दरिंदगी का तांडव कर रहे थे. तड़पते-तड़पते विभाष ने जमीन पर लोट कर आग बुझाने का प्रयास किया.
आग बुझ भी गयी. लेकिन दंरिदों को उसकी मौत से कम कुछ भी मंजूर नहीं था. अपराधियों ने उसका गला घोंट डाला. इस दौरान फायरिंग भी की गयी. और दियारे के सत्राटे में विभाष की चीत्कार खामोश हो चुकी थी. इसके बाद लुटेरों के एक बार फिर माचिस की तिली उसके शरीर पर भड़का दी और चलते बने. पुलिस ने विभाष का अधजला शव बरामद किया था. विभाष के साथ अपराधियों का पुराना जमीनी विवाद था. विभाष को हत्या की धमकी दी गयी थी, लेकिन विभाष ने इसे हल्के मे लिया था. उस वक्त विभाष को अपराधियों के खतरनाक इरादे का अंदाजा नहीं था. 27 दिसंबर को विभाष गांव के ही एक व्यक्ति के निधन पर भवानीपुर थाना क्षेत्र के जहाज घाट से अंतिम संस्कार में शामिल होकर लौट रहा था. इसी क्रम में एक वाहन पर विभाष को जबरन बैठाकर अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया और कुशाहा ले जाकर उसकी हत्या कर दी. इस मामले की प्राथमिकी नवगछिया पुलिस जिले के भवानीपुर थाने में दर्ज की गयी थी.
इस कांड में चार आरोपियों शातिर खगड़िया के ही पसराहा नबटोलिया निवासी पप्पू शर्मा, सिकंदर शर्मा, मुकेश शर्मा, सदानंद शर्मा को नामजद किया गया था. भवानीपुर पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही है. मामला न्यायिक प्रक्रिया में है.
27 दिसंबर को खगड़िया जिले के पसराहा नबटोलिया निवासी विभाष यादव को ऐसी मौत दी गयी कि दरिंदगी भी कांप उठी थी. चार से छह की संख्या में अपराधी उसे दियारा में बांध कर लाये थे. पहले उसे बंधनमुक्त किया गया. फिर अपराधियों ने पिस्तौल के बट और डंडे से उसकी पिटाई की. वाहन से पेट्रेल निकाल कर उसके शरीर पर डाला गया और माचिस की तिली से उसके शरीर में आग लगा दी. विभाष की चीत्कार दियारा की वीरानगी को भेद रही थी और अपराधी वहां दरिंदगी का तांडव कर रहे थे. तड़पते-तड़पते विभाष ने जमीन पर लोट कर आग बुझाने का प्रयास किया.
आग बुझ भी गयी. लेकिन दंरिदों को उसकी मौत से कम कुछ भी मंजूर नहीं था. अपराधियों ने उसका गला घोंट डाला. इस दौरान फायरिंग भी की गयी. और दियारे के सत्राटे में विभाष की चीत्कार खामोश हो चुकी थी. इसके बाद लुटेरों के एक बार फिर माचिस की तिली उसके शरीर पर भड़का दी और चलते बने. पुलिस ने विभाष का अधजला शव बरामद किया था. विभाष के साथ अपराधियों का पुराना जमीनी विवाद था. विभाष को हत्या की धमकी दी गयी थी, लेकिन विभाष ने इसे हल्के मे लिया था. उस वक्त विभाष को अपराधियों के खतरनाक इरादे का अंदाजा नहीं था. 27 दिसंबर को विभाष गांव के ही एक व्यक्ति के निधन पर भवानीपुर थाना क्षेत्र के जहाज घाट से अंतिम संस्कार में शामिल होकर लौट रहा था. इसी क्रम में एक वाहन पर विभाष को जबरन बैठाकर अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया और कुशाहा ले जाकर उसकी हत्या कर दी. इस मामले की प्राथमिकी नवगछिया पुलिस जिले के भवानीपुर थाने में दर्ज की गयी थी.
इस कांड में चार आरोपियों शातिर खगड़िया के ही पसराहा नबटोलिया निवासी पप्पू शर्मा, सिकंदर शर्मा, मुकेश शर्मा, सदानंद शर्मा को नामजद किया गया था. भवानीपुर पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही है. मामला न्यायिक प्रक्रिया में है.
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