उत्तर प्रदेश के दादरी थाना क्षेत्र के गौतम बुद्ध नगर से अपहृत स्वर्ण व्यवसायी बबलू कुमार का अब तक कोई अता पता नहीं चल पाया है. इस मामले में मुख्य आरोपी हरियौ निवासी जितेंद्र कुमार सिंह के बहनोई चंदन कुमार के बयान के अनुसार बबलू की हत्या कर अभिया धार में फेंक दिया गया है.
बयान के आधार पर गोपालपुर पुलिस बबलू के शव को गंगा किनारे ढ़ूढ़ रही है. पुलिस ने कहलगांव,विक्रशिला सेतु के अलावा अन्य जगहों पर भी शव की खोज कर रही है. कहा जा रहा है कि बबलू के शव को बोरे में डाल कर उसमें ईंट रख कर गंगा में डूबाया गया है.
शव के नदी के सतह पर आने की संभावना कम ही हैं. हरियौ निवासी जितेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के लिए नवगछिया एसपी स्तर से पूरे जिले को अलर्ट कर दिया गया है. सभी थानों को संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी का निर्देश दिया गया है.
मालूम हो कि 20 अगस्त को नोएडा में बबलू के घर पर ही किराये पर रह रहे जितेंद्र सिंह ने बबलू का अपहरण कर लिया था. बबलू को जितेंद्र सिंह ने हरियौ लाया वहां पर जितेंद्र सिंह के कई दुश्मन थे जिससे उसे गोपालपुर थाना क्षेत्र के कालूचक में रखा गया.
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब 29 अगस्त को नोएडा पुलिस दिल्ली पहुंची. पुलिस को पता था कि जितेंद्र सिंह का बहनोई चंदन कुमार यहां पर रहता है. पुलिस के आने की भनक मिलते ही जितेंद्र मौके से भाग गया था. इसके बाद नोएडा से आये थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने जितेंद्र के बहनोई को गिरफ्तार किया. बहनोई को गांव के सरपंच ने पकड़ कर 30 अगस्त को पुलिस के हवाले किया था.
पुलिस ने पहले चरण में जब चंदन से पूछा की जितेंद्र और बबलू कहां है तो चंदन ने कहा कि उसकी हत्या नेपाल में कर दी गयी है, लेकिन पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो चंदन ने स्वीकार किया कि बबलू की हत्या कर उसे गंगा नदी के अभियाधार के पास बहा दिया गया है.
फिलहाल नोएडा पुलिस चंदन के सहारे जितेंद्र तक पहुंचने का प्रयास कर रही है. नोएडा में बबलू के पिता नरायण चंद्र का कहना है कि उसके पास लगातार अपहरणकर्ताओं का फोन बबलू के ही नंबर से आ रहा है और फिरौती देने पर पुत्र को वापस लौटाने की बात कही जा रही है.
नोएडा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मोबाइल का लोकेशन नवगछिया से बदल चुका है. हरेक एक से दो घंटे के बाद मोबाइल के लोकेशन में तीस से चालीस किलोमीटर का फासला आता है. बबलू का मोबाइल तभी खुलता है जब अपहरणकर्ताओं को बात करनी होती है.
कहा जा रहा है कि बबलू को अभी भी नहीं मारा गया है. अपहरणकर्ता फिरौती लेकर बबलू को वापस कर देने के मूड में है. नवगछिया पुलिस के वरीय पदाधिकारी इस मामले में कुछ भी जानकारी से इनकार कर रहे हैं.
* मित्र की तरह जितेंद्र के साथ रहता था बबलू
अपहृत बबलू को गोपालपुर के कई ग्रामीणों ने जितेंद्र के साथ एक दोस्त की तरह देखा था. एक ग्रामीण ने बताया कि भागलपुर से आने के क्रम में जितेंद्र को बबलू की मोटरसाकिल पर सिगरेट पीते हुए देखा था.
अपहृत बबलू को गोपालपुर के कई ग्रामीणों ने जितेंद्र के साथ एक दोस्त की तरह देखा था. एक ग्रामीण ने बताया कि भागलपुर से आने के क्रम में जितेंद्र को बबलू की मोटरसाकिल पर सिगरेट पीते हुए देखा था.
मोटरसाइकिल जितेंद्र चला रहा था और बीच में बबलू सिगरेट पी रहा था पीछे में चंदन बैठा हुआ था. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में भी तीनों को साथ- साथ देखा गया था. तीनों को देख कर नहीं लगता था कि बबलू का जितेंद्र ने अपहरण किया है.
तीनों ने गोपालपुर के कई स्थानों पर भ्रमण भी किया था. ग्रामीणों का कहना है कि पूरी तरह से शहरी डील डोल वाला बबलू करीब 20 वर्ष का युवक को बहला फुसला कर यहां पर रखा गया होगा.
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