बिहपुर विधानसभा के खरीक प्रखंड के लोकमानपुर से ढोढ.िया घाट तक कागज पर ही पुल बना दिया गया. सरकार के कोर नेटवर्क मैप में कोसी नदी पर रेड लाइन खींच कर पुल दिखाया गया है. इतना ही नहीं इसी आधार पर खरीक एनएच 31 से लेकर लोकमानपुर के सिंहकुंड तक प्रधानमंत्री ग्राम सड.क योजना के अंतर्गत एक सड.क भी स्वीकृत कर दी गयी है. जबकि ढ.ोढ.िया और सिंहकुंड घाट के बीच कोसी नदी है. इस सड.क की कुल लंबाई 8.991 किमी है. इसका पैकेज नंबर बीआर 06 आर 95 है. इतना ही नहीं इस सड.क के टेंडर की प्रक्रिया भी पिछले दिनों पूरी कर ली गयी है. अब यह सड.क बनने वाली थी. सड.क की लंबाई बिना कोसी नदी के क्षेत्र को जोडे. पूरा नहीं होता है. इससे स्पष्ट है कि कहीं न कहीं गड.बड.ी करने की नीयत से इस सड.क का प्राक्कलन बनाया गया. इसी वजह से कागज पर पुल बना दिखा दिया गया हो.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा :
यह मामला तब खुला जब बिहपुर विधानसभा के विधायक ई कुमार शैलेंद्र ने लोकमानपुर को विजय घाट पुल से जोड.ने का मुद्दा विधानसभा के गैरसरकारी संकल्प के दौरान उठाया. सरकार की ओर से मंत्री भीम सिंह का जवाब आया कि खरीक एनएच 31 से सिंहकुंड तक जोड.ने वाली सड.क प्रधानमंत्री ग्राम सड.क योजना के तहत बन रही है. इस सड.क से लोकमानपुर प्रखंड मुख्यालय और अनुमंडल मुख्यालय से पूरी तरह से जुड. जायेगा. इस पर विधायक ने जवाब दिया कि बीच में कोसी नदी पर बिना पुल के सड.क बनाना कैसे संभव है. जब छानबीन की गयी तो कोर नेटवर्क में पाया गया कोसी नदी पर एक पुल इंगित किया गया है. इसी आधार पर सड.क का प्राक्कलन और लंबाई का निर्धारण किया गया है. इस मामले को सरकार ने गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच कराने के लिए एक विशेष बैठक बुलाने की बात कही. इसमें विभाग के मंत्री समेत प्रधान सचिव और अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति रहेगी.
कहीं न कहीं तो जरूर है गड.बड.झाला :
कोसी नदी पर लोकमानपुर घाट से ढोढ.िया घाट तक पुल होने की बात पर स्थानीय लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. कोई कह रहा है कि जानबूझ कर ऐसा किया गया तो कोई कह रहा है कि भूल वश कोर नेट के मैप पर इस पुल को दर्शाया गया होगा. इसे केंद्र सरकार ने सही मानते हुए सड.क को पास कर दिया. लेकिन यह भी प्रश्न उठता है कि स्थल का जायजा लेकर ही पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारी ने सड.क का प्राक्कलन बनाया होगा. फिर इतनी बड.ी चूक कैसे हो गयी.
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मामले की जांच कर दोषी पदाधिकारियों और जनप्रप्रतिनिधियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. हर हालत में लोकमानपुर मुख्यधारा से जुडे..
ई कुमार शैलेंद्र, बिहपुर विधायक
मुझे इस मामले की पूरी जानकारी नहीं है. लेकिन ढ.ोढ.िया घाट और लोकमानपुर गांव के बीच कोसी नदी पर किसी प्रकार का पुल नहीं है.
इंद्रजीत कुमार, सीओ, खरीक |
Saturday, 3 August 2013
कागज पर ही बन गया पुल
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